1. भारतवर्षोन्नति में नारी शक्ति की भूमिका सुदृढ़ करना। 2. छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों के लिए तैयार करना 3. पाठ्यक्रम शिक्षा के अतिरिक्त विभिन्न शिक्षणेत्तर गतिविधियों के द्वारा छात्राओं का सर्वांगीण विकास करना। 4. छात्राओं को शिक्षा के माध्यम से वैज्ञानिक, तकनीक तथा व्यवहारिक स्तर पर सशक्त बनाना।